परिचय
About Ishan Kishan, भारतीय क्रिकेट के उभरते सितारे हैं, जिनका जन्म 18 जुलाई 1998 को बिहार के नवादा जिले में हुआ। बाएं हाथ के इस आक्रामक बल्लेबाज और विकेटकीपर ने अपने खेल से ना सिर्फ घरेलू क्रिकेट बल्कि अंतरराष्ट्रीय मंच पर भी अपनी पहचान बनाई है। ईशान की प्रतिभा और मेहनत ने उन्हें क्रिकेट जगत में एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी के रूप में स्थापित किया है।
प्रारंभिक जीवन और संघर्ष
ईशान किशन का जन्म नवादा जिले के गोरडीहा गांव में हुआ था, लेकिन उनका बचपन पटना में बीता। उनके पिता प्रणव पांडे पेशे से बिल्डर हैं। ईशान का क्रिकेट में सफर उनके भाई राज किशन के समर्थन से शुरू हुआ। भाई ने उन्हें क्रिकेट को करियर के रूप में आगे बढ़ाने में हर संभव मदद की। ईशान का खेल बचपन से ही अलग था, और उनके कोच संतोष कुमार ने उनकी प्रतिभा को निखारा। ईशान बचपन से ही महेंद्र सिंह धोनी और एडम गिलक्रिस्ट जैसे दिग्गज खिलाड़ियों को अपना आदर्श मानते थे, जिनसे उन्होंने प्रेरणा ली।
क्रिकेट करियर की शुरुआत
ईशान ने अपने करियर की शुरुआत झारखंड की ओर से प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेलकर की। 22 दिसंबर 2015 को उन्हें 2016 अंडर-19 क्रिकेट विश्व कप के लिए भारतीय टीम का कप्तान बनाया गया। ईशान की नेतृत्व क्षमता और आक्रामक बल्लेबाजी ने उन्हें एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में स्थापित किया।
अंतरराष्ट्रीय करियर
ईशान किशन ने भारत के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण 2021 में किया और अपनी पहली ही टी20 पारी में अर्धशतक लगाया। 2022 में श्रीलंका के खिलाफ खेलते हुए उन्होंने टी-20 मैच में 56 गेंदों पर 89 रन बनाए। यह रिकॉर्ड उन्हें भारत के विकेटकीपर-बल्लेबाज के रूप में टी20 क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ियों में शामिल करता है।
आईपीएल में धमाकेदार प्रदर्शन
इशान किशन का आईपीएल करियर भी बेहद शानदार रहा है। 2016 में उन्होंने गुजरात लॉयन्स की ओर से आईपीएल में डेब्यू किया। हालांकि, 2018 में मुंबई इंडियंस ने उन्हें अपनी टीम में शामिल किया, और वहां से उनका करियर नई ऊंचाइयों पर पहुंचा। कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ एक मैच में उन्होंने केवल 17 गेंदों पर अर्धशतक बनाकर आईपीएल में तहलका मचा दिया था।
2022 की आईपीएल नीलामी में ईशान किशन को मुंबई इंडियंस ने 15.25 करोड़ रुपये में खरीदा, जिससे वह उस सीजन के सबसे महंगे खिलाड़ी बने। यह उनके खेल की काबिलियत और टीम के लिए उनकी महत्वपूर्ण भूमिका का प्रतीक है।
निष्कर्ष
ईशान किशन की कहानी प्रेरणादायक है, जिन्होंने मेहनत और लगन से खुद को भारतीय क्रिकेट में स्थापित किया है। चाहे वह घरेलू क्रिकेट हो, आईपीएल, या अंतरराष्ट्रीय मंच, ईशान ने हर जगह अपने खेल से दर्शकों का दिल जीता है। आने वाले वर्षों में, वह भारतीय क्रिकेट टीम के महत्वपूर्ण खिलाड़ी के रूप में और भी बड़ी उपलब्धियां हासिल करेंगे।