किरण राव की बहुप्रतीक्षित फिल्म ‘लापता लेडीज’ को भारत की ओर से 2025 के ऑस्कर के लिए आधिकारिक तौर पर चयनित किया गया है। यह घोषणा सोमवार, 23 सितंबर को फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया (FFI) द्वारा की गई, जो हर साल बेस्ट इंटरनेशनल फीचर फिल्म श्रेणी के लिए भारत की आधिकारिक प्रविष्टि का चयन करती है। यह फिल्म न केवल किरण राव के निर्देशन करियर की दूसरी फिल्म है, बल्कि भारतीय सिनेमा के लिए भी एक महत्वपूर्ण उपलब्धि साबित हो रही है।
‘लापता लेडीज’ का अनोखा कथानक
‘लापता लेडीज’ किरण राव की दूसरी फिल्म है, जो 2011 में आई उनकी पहली फिल्म ‘धोबी घाट’ के बाद आई है। यह एक व्यंग्यात्मक कॉमेडी-ड्रामा है, जिसमें एक नवविवाहित जोड़े की कहानी दिखाई गई है, जहाँ शादी के बाद एक युवक की दुल्हन गलती से किसी और की दुल्हन के साथ बदल जाती है। इस हल्की-फुल्की कहानी में कई गंभीर सामाजिक और सांस्कृतिक मुद्दों को भी छुआ गया है, खासकर ग्रामीण भारत में महिलाओं की स्थिति पर। फिल्म में स्पर्श श्रीवास्तव, नितांशी गोयल, प्रतिभा रांता, छाया कदम और रवि किशन ने मुख्य भूमिकाएं निभाई हैं।
फिल्म की कहानी बिप्लब गोस्वामी की पुरस्कार-विजेता पटकथा ‘टू ब्राइड्स’ पर आधारित है। यह फिल्म मार्च 2023 में सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी और अब नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीम हो रही है।
फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया (FFI) की जूरी की प्रतिक्रिया
FFI की जूरी ने ‘लापता लेडीज’ का चयन करते हुए फिल्म की तारीफ में कहा, “भारतीय महिलाएँ एक अनोखा मिश्रण हैं – एक तरफ वे समर्पण का प्रतीक हैं, तो दूसरी तरफ वे प्रभुत्व भी रखती हैं। ‘लापता लेडीज’ इन विरोधाभासों को बेहद सहज और व्यंग्यात्मक तरीके से प्रस्तुत करती है। यह फिल्म दर्शाती है कि महिलाएँ घर की देखभाल करने की इच्छुक हो सकती हैं और साथ ही वे विद्रोह कर खुद को एक स्वतंत्र उद्यमी के रूप में स्थापित कर सकती हैं। यह एक ऐसी कहानी है जिसे बदलाव की जरूरत के रूप में देखा जा सकता है और जो खुद बदलाव ला सकती है।”
फिल्म का चयन करने वाली 13 सदस्यीय समिति की अध्यक्षता असमिया फिल्मकार जाह्नु बरुआ ने की थी। जूरी ने फिल्म को एक ऐसी रचना बताया जो न केवल भारत में बल्कि विश्व स्तर पर भी महिलाओं के जीवन के विभिन्न पहलुओं को उजागर करती है।
किरण राव की प्रतिक्रिया
‘लापता लेडीज’ के ऑस्कर के लिए चयन होने पर किरण राव ने अपनी खुशी व्यक्त करते हुए कहा, “मैं बेहद सम्मानित और खुश हूँ कि हमारी फिल्म ‘लापता लेडीज’ को अकादमी पुरस्कारों के लिए भारत की आधिकारिक प्रविष्टि के रूप में चुना गया है। यह मान्यता मेरी पूरी टीम की मेहनत और समर्पण का प्रमाण है, जिन्होंने इस कहानी को जीवंत किया। सिनेमा हमेशा से दिलों को जोड़ने, सीमाओं को पार करने और महत्वपूर्ण चर्चाओं को उत्प्रेरित करने का एक शक्तिशाली माध्यम रहा है। मुझे उम्मीद है कि यह फिल्म दुनिया भर के दर्शकों के साथ उसी तरह गूंजेगी, जैसे यह भारत में गूंजी है।”
2025 ऑस्कर में ‘लापता लेडीज’ की संभावनाएँ
इस साल ऑस्कर के लिए भारत से कुल 29 फिल्मों ने दौड़ में हिस्सा लिया, जिनमें पायल कपाड़िया की कान्स विजेता फिल्म All We Imagine as Light और प्रशंसित मलयालम ड्रामा Aattam भी शामिल थीं। लेकिन ‘लापता लेडीज’ ने अपनी अनूठी कहानी और विषयों की गहराई के कारण बाजी मारी।
‘लापता लेडीज’ की यह उपलब्धि हिंदी सिनेमा के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकती है। खासतौर पर तब, जब भारत ने आखिरी बार 2001 में आई फिल्म लगान के साथ ऑस्कर के लिए अंतिम नामांकन हासिल किया था। किरण राव की यह फिल्म अब भारत की आशाओं को फिर से जगाने वाली है कि क्या हम ऑस्कर की प्रतिष्ठित ट्रॉफी को अपने नाम कर पाएंगे।
अंतर्राष्ट्रीय मंच पर ‘लापता लेडीज’
‘लापता लेडीज’ ने अंतर्राष्ट्रीय मंच पर भी अपनी खास जगह बनाई है। इस फिल्म का विश्व प्रीमियर 2023 में टोरंटो इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में हुआ, जहाँ इसे दर्शकों और समीक्षकों से शानदार प्रतिक्रिया मिली। यह फिल्म पहले ही भारत में रिलीज हो चुकी है और दर्शकों से सराहना बटोरने के बाद अब नेटफ्लिक्स पर भी उपलब्ध है।
किरण राव का अनूठा निर्देशन
किरण राव की निर्देशक के रूप में विशिष्ट पहचान उनकी गहन दृष्टि और समाज की जटिलताओं को सरल लेकिन प्रभावशाली तरीके से पर्दे पर लाने में है। उनकी पहली फिल्म ‘धोबी घाट’ को भी बहुत सराहा गया था, और ‘लापता लेडीज’ ने उनके निर्देशन कौशल को और मजबूत किया है। फिल्म में ग्रामीण भारत की पृष्ठभूमि में महिलाओं के जीवन की जटिलताओं को व्यंग्यात्मक शैली में प्रस्तुत किया गया है, जो इसे एक अद्वितीय सिनेमा का दर्जा देता है।
निष्कर्ष
‘लापता लेडीज’ का ऑस्कर 2025 के लिए भारत की आधिकारिक प्रविष्टि बनना न केवल किरण राव के लिए बल्कि पूरे भारतीय सिनेमा के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। यह फिल्म भारत के ग्रामीण परिवेश और महिलाओं की समस्याओं को विश्व मंच पर ले जा रही है। अब सभी की नजरें ऑस्कर 2025 पर टिकी हैं, जहाँ ‘लापता लेडीज’ से हमें बड़ी उम्मीदें हैं।